फोटो : विवेक शर्मा 
विवेक शर्मा, दिल्ली 
अतुल कोठारी, राष्ट्रीय सचिव, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नारायणा विहार, दिल्ली के नेतृत्व  में एक प्रतिनिधिमंडल दिनांक २२ सितम्बर 2016  को मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर जी से मिला और शिक्षा सम्बन्धी विषयों पर चर्चा की | इस चर्चा में गुणवत्तापूर्ण-जीवन जीने के मौलिक अधिकारके परिप्रेक्ष्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के समान स्तर के मानकों को सुनिश्चित करने हेतु, समाज की सहभागिता पर बल देते हुए, विशेष योजना के अन्तर्गततंत्रविकसित किये जाने की मांग की गयी| चर्चा में एक कहा गया की सभी स्तरों पर शिक्षा की पाठ्यचर्या राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय आवश्यकताओं से जुड़ी हो। नई शिक्षा नीति के प्रस्तावित प्रारूप में दसवीं कक्षा तक सामान्य शिक्षा की व्यवस्था में दिए गए बदलाव से और एक वर्ग विभाजन होगा | इसके आधार पर  ‘तथाका वर्गीकरण उचित नहीं है| प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा से जुड़े मामले जैसे की सरकारी शैक्षणिक संस्थानों की गुणवत्ता, मात्र भाषा में शिक्षा, अंग्रेजी को भारतीय भाषाओं के अपेक्षा दी गयी वरीयता, नयी शिक्षा नीति में राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा,चार वर्ष का शिक्षक शिक्षा पाठ्यक्रम, आदि विषयों पर चर्चा की| ऐसी मांग की गयी कि कक्षा 5 तक, सरकारी एवं निजी दोनों प्रकार के विद्यालयों में मातृभाषा का माध्यम अनिवार्य हो| वर्तमान में घोषित दो वर्ष के शिक्षक-शिक्षा (बी.एड., एम.एड.) के पाठ्यक्रम पर तुरंत रोक लगाते हुए नूतन पाठ्यक्रम हेतु समिति का गठन करने की मांग की गई| भारत और विश्व में पर्यावरण संकट के समाधान हेतु सभी स्तर पर पर्यावरण के भारतीय दृष्टिकोण के अनुरूप एवं व्यवहारिकता  प्रदान करने वाले पाठ्यक्रम की मांग की गयी |नयी शिक्षा नीति के प्रारूप में यह विषय चर्चा में शामिल किया गया है परंतु नीति में सम्मिलित नहीं है| इसको नीति में सम्मिलित किये जाने की मांग भी की गयी है| मानव संसाधन विकास मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गौर से समझा| न्यास के काम से सराहते हुए मंत्री जी ने  सभी संभव कदम उठाने का भरोसा जताया |  प्रतिनिधिमंडल में अन्य सदस्य श्री जुगल किशोर शर्मा, श्री नाहर सिंह वर्मा, डॉ वृषभ जैन, डॉ विशम्भर दयालु, डॉ नरेश सालवान, श्री संजय स्वामी, श्री पूर्णेंदू मिश्र तथा डॉ राकेश कुमार रहे|
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